Saturday, November 14, 2020

शुभ दीपावली | श्री महालक्ष्म्यष्टकं | डॉ. वर्षा सिंह

🚩 दीपोत्सव दीपावली मंगलमय हो 🚩

महालक्ष्मी की कृपा सेे वैभव, सौभाग्य, आरोग्य, ऐश्वर्य, शील, विद्या, विनय, ओज, गाम्भीर्य और कान्ति मिलती है। आईए हम उनकी स्तुति करें।

🚩श्री महालक्ष्म्यष्टकं 🚩

ॐ नमस्तेस्तु महामाये श्रीपीठे सुर पूजिते। 
शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तुते || 1 || 

नमस्ते गरुडारूढे कोलासुर भयंकरी | 
सर्व पाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते || 2 || 

सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्व दुष्ट भयंकरी।  
सर्व दुःख हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते || 3 || 

सिद्धि बुद्धि प्रदे देवी, भुक्ति मुक्ति प्रदायिनी। 
मंत्र मूर्ति सदा देवी, महालक्ष्मी नमोस्तुते || 4 ||    

आद्यन्त रहिते देवी आदिशक्ति महेश्वरी। 
योगजे योग सम्भूते महालक्ष्मी नमोस्तुते || 5 ||  

स्थूल सूक्ष्म महारौद्रे, महाशक्ति महोदरे। 
सर्व पाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते || 6 || 

पद्मासन स्थिते देवी, परब्रह्म स्वरुपिणी। 
परमेशी जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोस्तुते || 7 || 

श्वेताम्बर धरे देवी, नानालङ्कार भुषिते। 
जगतस्थिते जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोस्तुते || 8 || 

महालक्ष्म्यष्टकं स्तोत्रं यः पठेद्भक्ति मान्नरः। 
सर्व सिद्धि मवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा || 9 || 

एककाले पठेनित्यं महापाप विनाशानम। 
द्विकालं यः पठेनित्यं धनधान्य समन्वितः || 10 || 

त्रिकालं यः पठेनित्यं महाशत्रु विनाशनम।
महालक्ष्मीर्भवे नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा || 11 ||  

फलश्रुति -

महालक्ष्म्यष्टकं स्तोत्रं यः पठेद्भक्तिमान्नरः |
सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा || 1||

एककाले पठेन्नित्यं महापाप विनाशनं |
द्विकालं यः पठेन्नित्यं धनधान्यं समन्वितः || 2 ||

त्रिकालं यः पठेन्नित्यं महाशत्रु विनाशनं |
महालक्ष्मीर्भ्हवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा || 3 ||

[ इन्द्र कृत महालक्ष्मी कृपा प्रार्थना स्तोत्र ]
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2 comments:

  1. सभी धर्मप्राण हिंदुओं के लिए अत्यंत मूल्यवान है यह । आपके इस प्रयास के कारण यह अब सहज ही सुलभ है । हार्दिक आभार वर्षा जी ।

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  2. हार्दिक धन्यवाद आपकी इस अमूल्य टिप्पणी के लिए 🙏

    आपकी टिप्पणी सदैव मेरा उत्साहवर्धन करती है।
    स्वागत है आपका 🙏🌹🙏

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