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Dr Varsha Singh, Poetess and Author, Sagar M.P. |
प्रिय ब्लॉग पाठकों,
बौद्ध धर्म के प्रकांड विद्वान भिक्षु धर्मरक्षित जी द्वारा मेरे नाना जी संत श्यामचरण सिंह के जीवन एवं कृतित्व पर लिखी गई पुस्तक "संत श्यामचरण : जीवन तथा कृतित्व" के अंश यहां साझा कर रही हूं। दुर्भाग्यवश इस पुस्तक के कई पृष्ठ दीमकों द्वारा नष्ट किए जा चुके हैं।
प्रकाशक - ममता प्रकाशन, कबीर चौरा, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
प्रथम संस्करण का प्रकाशन वर्ष 1964
चौथा अध्याय पृष्ठ 52
एवं पृष्ठ 54 से 66 तक
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Sant Shyamcharan - Book of Bhikshu Dharmarakshit |
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Sant Shyamcharan - Book of Bhikshu Dharmarakshit |
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हार्दिक आभार आदरणीय शास्त्री जी 🙏🍁🙏
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद आदरणीय जोशी जी 🙏
Deleteदुर्लभ पुस्तक के अंश साझा करने के लिए आपकी रूचि और श्रम प्रशंसनीय है वर्षा जी ।
ReplyDeleteबौद्ध धर्म के प्रकांड विद्वान भिक्षु धर्मरक्षित जी द्वारा अपने नाना जी संत श्यामचरण सिंह के जीवन एवं कृतित्व पर लिखी गई पुस्तक "संत श्यामचरण : जीवन तथा कृतित्व" के अंश ब्लॉग पर साझा करने के लिए आपका हृदय से आभार ।
प्रिय मीना जी,
Deleteयह पुस्तक अब दुर्लभ होने के साथ ही भावनात्मक रूप से मेरे लिए अमूल्य निधि है। मुझे प्रसन्नता है कि आपने इसे पढ़ा। 5 भागों में इसे ब्लॉग में पोस्ट कर पाई। अफसोस यह भी है कि इसके कुछ पृष्ठ दीमकों की भेंट चढ़ गए।
आपके प्रति हार्दिक आभार 🙏🌹🙏
कल कुछ पुरानी तस्वीरें भी पोस्ट की हैं संभवतः आपने देखी होंगी।
पुनः हार्दिक आभार 🙏🌹🙏
शुभकामनाओं सहित,
डॉ. वर्षा सिंह