Dr. Varsha Singh |
आपस में तक़रार ग़लत
- डॉ. वर्षा सिंह
हर मुद्दे पर झंझट - झगड़ा ठीक नहीं
शांति भंग कर बेजा लफड़ा ठीक नहीं
बात-बात में आपस में तक़रार ग़लत
हिंसा के रस्ते का पचड़ा ठीक नहीं
फूल खिले हों, तरह-तरह की ख़ुशबू हो
देश बाग़ है, गर यह उजड़ा ठीक नहीं
"वर्षा" अपना है जग सारा, सब अपने
यूं ही रहना उखड़ा-उखड़ा ठीक नहीं
नवदुनिया समाचारपत्र सागर संस्करण में आज दिनांक 22.12.2019 को प्रकाशित |
No comments:
Post a Comment