साहित्य वर्षा Sahitya Varsha
मेरी सागर डायरी My Sagar Diary - डॉ. वर्षा सिंह
Tuesday, March 10, 2020
होली की हार्दिक शुभकामनाएं - डॉ. वर्षा सिंह
होली ने छेड़ा यहां, फिर ख़ुशियों का राग।
रंगों का मेला लगा, खेल रहे सब फाग ।।
प्रेम-प्यार ऐसा बढ़े, बुझे द्वेष की आग ।
"वर्षा" की है ये दुआ, धुलें क्लेश के दाग़ ।।
होली की हार्दिक शुभकामनाएं
-डॉ. वर्षा सिंह
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