उरी, कारगिल औ' पुलवामा, आख़िर कब तक झेलेंगे !
इस हमले को अब सह पाना, इतना भी आसान नहीं।
प्रिय मित्रों,
दिनांक 16.02.2019 को पुलवामा में शहीद हुए जवानों को सागर नगर के साहित्य - सांस्कृतिक समाज द्वारा श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें मैंने भी अपनी ग़ज़ल के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की। आयोजक थे श्यामलम् संस्था तथा बुंदेलखंड हिन्दी साहित्य एवं संस्कृति विकास मंच, सागर।
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