Dr. Varsha Singh |
आज दिनांक 31.03.2020 को पत्रिका समाचारपत्र में राजस्थान पत्रिका के प्रधान संपादक गुलाब कोठरी जी की कल दि. 30.03.2020 को प्रकाशित संपादकीय पर मेरी यानी इस ब्लॉग की लेखिका डॉ. वर्षा सिंह की प्रतिक्रिया प्रकाशित हुई है।
हार्दिक आभार पत्रिका 🙏
आध्यात्मिक चिंतन से दिशाबोध
आध्यात्मिक चिंतनधारा मनोमस्तिष्क को निर्मल बनाती है। व्यक्ति की सोच अपने अंतःकरण की सोच से एकाकार हो कर कामनाओं को परिमार्जित करती है। कोठरी जी के लेख आध्यात्मिक चिंतन को लिपिबद्ध करते हैं और दिशाबोध कराने की सामर्थ्य रखते हैं।
- डॉ. वर्षा सिंह, साहित्यकार, सागर
.... और यह है कोठरी जी की संपादकीय, जिसमें उन्होंने अपने आध्यात्मिक चिंतन पर कलम चलाई है...
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