Dr. Varsha Singh |
वर्ल्ड बुक डे के जरिए यूनेस्को रचनात्म्कता, विविधता और ज्ञान पर सब के अधिकार के मकसद को बढ़ावा देना चाहता है। यह दिवस विश्व भर के लोगों खासकर लेखकों, शिक्षकों, सरकारी व निजी संस्थानों, एनजीओ और मीडिया को एक प्लैाटफॉर्म मुहैया कराता है, ताकि साक्षरता को बढ़ावा दिया जा सके और सभी लोगो को शिक्षा के संसाधनों तक पहुंचाया जा सके।
वर्तमान में लॉकडाउन के दौरान किताबें मनोरंजन, सूचना की सबसे बड़ी स्रोत हैं। पाठकों के लिए कोरोना काल में जहां पुस्तकें टाईम पास का जरिया हैं वहीं लॉकडाउन ने साहित्यकारों को अपनी पुस्तकें पूरा करने भरपूर समय दिया है। कई ने अपनी पुस्तकों का लेखन कार्य पूरा कर लिया है तो कई साहित्यकारों की पुस्तकें पूरी होने को हैं।
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