Friday, February 1, 2019

पुस्तक समीक्षा.... युवाओं के लिए एक उपयोगी पुस्तक - डॉ. वर्षा सिंह


Dr. Varsha Singh

     दिनांक 31.01.2019 को स्थानीय दैनिक समाचार पत्र "आचरण" में  पिछले दिनों लोकार्पित एक पुस्तक पर मेरी समीक्षा प्रकाशित हुई है, कृपया आप भी पढ़ें....

पुस्तक समीक्षा

     युवाओं के लिए एक उपयोगी पुस्तक
                                                           
                      समीक्षक  - डॉ. वर्षा सिंह
                                         
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पुस्तक  : आर. ओ. मार्केटिंग के क्षेत्र में सफल सेल्समैन कैसे बनें?
लेखिका : कु. सुमि अनामिका साक्षी
प्रकाशक : सर्वांगीण विकास संस्थान, रजाखेड़ी, मकरोनिया, सागर (म.प्र.)
मूल्य    : रुपए 200/-
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          ‘शुद्ध जलाग्रह डायरी के पन्ने.....आर. ओ. मार्केटिंग के क्षेत्र में सफल सेल्समैन कैसे बनें?’ लेखिका कु. सुमि अनामिका साक्षी की वह पुस्तक है जिसमें आर. ओ. मार्केटिंग के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं कि आर. ओ. मार्केटिंग के क्षेत्र में सफल सेल्समैन कैसे बनें? सुमि अनामिका साक्षी ने अपने अल्पकालीन जीवन को बहुत ही सार्थकता से जिया। साहित्य और मार्केटिंग की दुनिया में समान रूप से रुचि रखने वाली सुमि अनामिका साक्षी की यह पुस्तक जो उनकी डायरी के पन्नों में लिपिबद्ध थी, उनके जीवनकाल के बाद पुस्तक के रूप में प्रकाशित हो सकी। यह पुस्तक विशेष रूप से उन युवाओं के लिए लाभप्रद है जो आर.ओ. मार्केटिंग के क्षेत्र में अपनी योग्यता को आजमाना चाहते हैं।
               बात चाहे उत्पाद की हो, सेवा की हो या फिर किसी आइडिया की, बाज़ार एक मंत्र है और बिक्री एक कला है। इस कला में महारत हासिल करना पहले की तुलना में कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है। क्योंकि आज के ग्राहक जागरूक हैं और उनके सामने  विकल्पों की भरमार है। अब ‘बायर बी अवेयर’ जैसे वाक्य की जगह ‘सेलर बी अवेयर’ ने ली है। इसलिए ग्राहक को अपने उत्पाद के प्रति विश्वास दिलाना सबसे महत्वपूर्ण पक्ष होता है। यदि ग्राहक को विश्वास हो गया तो वह न केवल स्वयं उस उत्पाद को खरीदेगा बल्कि अपने परिचितों में भी उस उत्पाद की सिफारिश करेगा। सुमि अनामिका साक्षी ने इस बात की ओर ध्यान दिलाया है कि किसी भी उत्पाद को बेचते समय 90 प्रतिशत दृढ़ निश्चय और 10 प्रतिशत उसे प्रकट करने का तरीका महत्व रखता है। एक अच्छा सेल्स प्रोफेशनल बनने के लिए सकारात्मक नजरिया विकसित करना बेहद जरूरी है। जैसे आर.ओ. मशीन बेचते समय सेल्समैन को यह बात विस्तार से पता होनी चाहिए कि किसी भी व्यक्ति के लिए आर.ओ. का पानी क्यों जरूरी है ओर उससे क्या लाभ हैं। उसके वैज्ञानिक पक्ष की भी विस्तृत जानकारी सेल्समैन को होनी चाहिए। यह वैज्ञानिक जानकारी भी इस पुस्तक में दी गई है।
              मार्केटिंग के क्षेत्र में नौकरी की ढ़ेरों संभावनाएं हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि युवा सही दिशा में आगे नहीं बढ़ पाते हैं जिससे उन्हें काम मिलने में परेशानी आती है। जीवन में, कैरियर में भी स्थिति किसी प्रोफेशनल सेल्समैन की ही तरह है, जहां किसी उत्पाद की तरह खुद को हर मोर्चे पर सामने रखना पड़ता है, ताकि नियोक्ता एम्मींदावार की योग्यता को भांप सके और उसे अपने विश्वनीय साथी की भांति काम सौंप सके। मार्केटिंग में प्रत्येक उत्पादक के लिए उसका सेल्समैन उस सेनानायक की भांति होता है जिसके द्वारा वह बाज़ार को जीत सकता है। इसके लिए जरूरी है कि सेल्समैन अपनी पर्सनैलिटी, नॉलेज, कॉन्फिडेंस, बिहैवियर, कम्युनिकेशन स्किल, आइडिया जैसे टूल्स को हर स्थिति के लिए तैयार रखे। मार्केटिंग मैनेजमेंट की बेस्टसेलर पुस्तक -‘‘ए साउथ एशियन पर्सपेक्टिव’’ के लेखकद्वय अब्राहम कोशी और फिलिप कोटलर मानते हैं कि एम बी ए की मान्यता बढ़ाने से स्टूडेंट्स को प्रोफेशनल योग्यता के साथ फील्ड वर्क यानी व्यावहारिक ज्ञान भी जरूरी है। बात चाहे सेल्स के क्षेत्र में काम कर रहे लोगों की हो या फिर किसी प्रोडक्ट या सेवाओं को बेच रहे बिजनेसमैन की, कामयाबी के लिए बिक्री के सामान्य नियमों का ध्यान रखना सबके लिए जरूरी है। सही एप्रोच से काम करते हुए ही सेल्समैन ग्राहक का विश्वास जीतकर बार-बार आकर्षित करने में कामयाब हो सकता है। सुमि अनामिका साक्षी की इस पुस्तक में ये सारी बारीकियां विस्तार से समझाई गई हैं।

पुस्तक समीक्षा - डॉ. वर्षा सिंह
           
‘‘आर. ओ. मार्केटिंग के क्षेत्र में सफल सेल्समैन कैसे बनें?’’ पुसतक की सामग्री स्वास्थ्य कर आधार पानी, प्रशिक्षण, आर.ओ. उत्पादक निरुपण कैसे करें, व्यक्तिगत अभ्यास, आत्म प्रोन्नति एवं विज्ञापन सूत्र, स्वास्थ्य परामर्शदाता, संस्थान में सहकार एवं संकेत विस्तार जैसे शीर्षकों में बांटा गया है। अंत में व्यक्तित्व विकास ओर ज्ञान विस्तार के लिए पुस्तकों की सूची भी परिशिष्ट के अंतर्गत दी गई है। पुस्तक का आमुख डॉ. शैलेन्द्र शेखर ओशो शैलेन्द्र ने लिखा है और संपादन किया है डॉ. गोपीरंजन साक्षी ने। लेखिका स्व. सुमि अनामिका साक्षी की डायरी के पन्नों से सामग्री को क्रमबद्ध ढंग से पुस्तक तक लाने का कार्य किया है अमीश साक्षी ने। उल्लेखनीय है कि लेखिका सुमि अनामिका साक्षी अपने जीवनकाल में मार्केटिंग क्षेत्र में कार्यरत रहीं। अतः अनुभवों ओर ज्ञान के मिश्रण से तैयार की गई यह पुस्तक आर.ओ. मार्केटिंग के क्षेत्र में जाने वाले युवाओं के लिए उपयोगी साबित हो सकती है।
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- डॉ. वर्षा सिंह

#दैनिक_आचरण दिनांक 31.01.2019, #समीक्षा #सागर

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